महिलाओं के विरुद्ध घटित होने वाले अपराधों के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी

वाराणसी के पुलिस लाइन यातायात सभागार में SPEL Programme 2.0 के अंतर्गत छात्र/छात्राओं को महिलाओं के विरुद्ध घटित होने वाले अपराधों व उनसे जुड़े कानूनों/महिला अधिकारों व साइबर अपराध के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरुक किया गया।
पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध द्वारा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के निर्देशन में चलाये जा रहे 30 दिवस Student Police Experiential Learning (SPEL) Programme 2.0 में छात्र/छात्राओ को एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी द्वारा यातायात सभागार में महिला के विरुद्ध होने वाले अपराध तथा उनसे जुड़े कानूनों के बारे में जानकारी दिया गया जिसके अंतर्गत उन्हें दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या, घरेलू हिंसा, बाल विवाह निषेध अधिनियम व संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों, समानता के अधिकारों,गुजारा भत्ता के बारे में जानकारी दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी द्वारा महिलाओं के कार्यस्थल पर लैगिंग उत्पीड़न एवं उनके रोकथाम किए जाने संबंधित POSH एक्ट 2013 के साथ साथ पास्को अधिनियम व जे0जे0 एक्ट के बारे में जानकारी दिया गया।
इसके अलावा साईबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनोज तिवारी के नेतृत्व में
उ0नि0 कृष्ण कुमार जायसवाल व आरक्षी विराट सिंह द्वारा छात्र/छात्राओ को साईबर क्राइम/ फ्रॉड व उनसे बचने के उपायों के बारे में विस्तार से छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। आरक्षी विराट कुमार सिंह द्वारा छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से या डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल करके किए जाने वाले अपराध जैसे फ़िशिंग, हैकिंग, पहचान की चोरी, वायरस, और रैंसमवेयर आदि के बारे में बताया गया और साइबर क्राइम व साइबर क्राइम से बचने के लिए छात्र छात्राओं को जागरूक किया गया कि किसी भी संदिग्ध लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक नहीं करना चाहिए,वेबकैम को कवर करना चाहिए, बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए।
साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायत दर्ज कराने के लिए, आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर जा सकते हैं और साईबर क्राइम हेल्प लाईन न0 1930 तथा www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं तथा साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायत दर्ज कराने के लिए आप अपने ज़िले के साइबर क्राइम सेल में संपर्क कर सकते हैं।
इस दौरान लगभग 42 छात्र-छात्राए / SPEL प्रोग्राम हेतु थाने से नामित उ0नि0 नोडल अधिकारीगण द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।

