डीडीयू में चिकित्सकों द्वारा मरीजों का अल्ट्रासाउंड एवं ईसीजी किया जा रहा है-सीएमएस
चिकित्सालय में अधिष्ठापित फायर कंट्रोल सिस्टम क्रियाशील है-डॉ दिग्विजय सिंह
वाराणसी। महिला चिकित्सालय में पदस्थापित चिकित्सकों को अल्ट्रासाउंड एवं ई०सी०जी० करने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। चिकित्सकों द्वारा अस्पताल में आये मरीजों का अल्ट्रासाउंड एवं ईसीजी किया जा रहा है। माह अप्रैल में अब तक कुल 42 अल्ट्रासाउंड एवं 09 ई०सी०जी० किये गये हैं।
उक्त जानकारी देते हुए पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ दिग्विजय सिंह ने बताया गर्भवती महिलाओं को एक्स-रे विकिरण से बच्चे पर पड़ने वाले कुप्रभाव की वजह से सामान्य तौर पर एक्स-रे की सलाह नहीं दी जाती है, फिर भी विशेष बीमारियों के डायग्नोसिस हेतु आवश्यकता पड़ने पर पं0 दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में पदस्थापित एक्स-रे टेक्नीशियन प्रवीण पाण्डेय की ड्यूटी महिला चिकित्सालय में जाकर एक्स-रे करने हेतु लगायी गयी है। इस प्रकार मरीजों को एक छत के नीचे सभी सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं।
महिला अस्पताल के बाहर चहारदीवारी के निर्माण कार्य हेतु इस कार्यालय द्वारा कार्यदायी संस्था, उ०प्र० राजकीय निर्माण निगम, भदोही इकाई को निर्देशित किया गया है। चिकित्सालय में अधिष्ठापित फायर कंट्रोल सिस्टम क्रियाशील है। चिकित्सालय में एबीसी टाइप एवं सीओ2 टाइप मिलाकर कुल 62 फायर एक्सटिंग्विशर स्थापित है तथा वर्तमान में क्रियाशील है। अग्निशमन संयन्त्रों एवं फायर एलार्म सिस्टम के मेंटेनेंस एवं विस्तारीकरण के दृष्टिगत सहायक अभियंता (विद्युत) द्वारा मेंटेनेंस कार्य हेतु उपलब्ध कराये गये आगणन के सापेक्ष जेम पोर्टल के माध्यम से निविदा बिड करायी जा चुकी है, आगणन के सापेक्ष बजट आवंटन हेतु महानिदेशक, चि० एवं स्वा० सेवायें, उ०प्र० से पत्राचार किया गया है। अस्पताल के निर्माण के समय लगायी गयी लोहे की पाईट को यथाशीघ्र हटाने के लिए कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम, भदोही इकाई को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में स्थापित पानी की टंकियों की सफाई नियमित अंतराल पर करायी जाती है, जिसका टीडीएस मानक के अनुसार जांचोपरांत 100 है। मरीजों को शीतल, स्वच्छ एवं निर्मल पेयजल की समुचित व्यवस्था हेतु प्रत्येक तल पर आर0ओ0 के साथ कुल 10 वाटर कूलर की व्यवस्था की गयी है, जिससे मरीजों एवं तीमारदारों को स्वच्छ पेयजल प्राप्त हो रहा है।