संकष्टी चतुर्थी पर प्रकृति के संरक्षक व दिव्य ज्ञान के प्रतीक भगवान गणेश की उतारी आरती ”

वाराणसी में लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के पावन अवसर पर नमामि गंगे ने बड़ा गणेश मंदिर में सनातन धर्म के पंच देवताओं में प्रमुख व प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश जी महाराज की पूजा अर्चना कर सभी के लिए कल्याण सुख – समृद्धि की कामना की। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला के संयोजन में प्रकृति के संरक्षक व दिव्य ज्ञान के प्रतीक भगवान गणेश की पर्यावरण संरक्षण की कामना से आरती उतारी गई। लोक मंगल की कामना से गणेश जी को लड्डू, मोदक और तिलकुट का भोग लगाया गया। मंदिर परिसर जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ-निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा, प्रणम्य शीरसा देवं गौरी पुत्रम विनायकम जैसे भजनों से सराबोर हो गया । इस दौरान पौराणिक मंदिरों में स्वच्छता बनाए रखने का आवाह्न किया गया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला ने कहा कि पुराणों में वर्णित भगवान श्री गणेश का स्वरूप एक ऐसा विराट रूपक है जो प्रकृति और पर्यावरण के प्रति हमारी संवेदनाएं जगाता है और उनके प्रति हमें अपनी जिम्मेदारियों का बोध कराता है । पूजन – अर्चन के दौरान सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे ।

