वीडीए अफसरों ने ताबड़तोड़ छापे मारे और जांच करके कार्रवाई की
वाराणसी। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग और सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा पहली बार एक्शन में दिखे। दोनों अफसरों ने ताबड़तोड़ छापे मारे और जांच करके कार्रवाई करते गए।दो अवैध प्लाटिंग ध्वस्त कराई। 23 अवैध निर्माण भी सील करा दिए। एक मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई। यही नहीं, अवैध निर्माण को बढ़ावा देने में वीडीए के आठ अफसरों और कर्मियों पर गाज गिरी है। सबके खिलाफ अलग-अलग तरह की कार्रवाई हुई है।
वीडीए उपाध्यक्ष और सचिव निरीक्षण पर निकले। नगवा वार्ड में अवैध प्लाटिंग मिली, जिसे उपाध्यक्ष ने ध्वस्त कराया। साथ ही मामले में एफआईआर दर्ज करा दी। साथ ही लापरवाही में नगवा वार्ड के जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी और अवर अभियंता आरके सिंह का वेतन रोकने का आदेश दिया। कारण बताओ नोटिस भी थमाया है।
क्षेत्र के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेंद्र प्रसाद और वर्क सुपरवाइजर को निलंबित किया। इसी तरह 23 अवैध निर्माण भी सील कराए गए। मामले में वीडीए सचिव ने जोनल अधिकारी गौरव प्रकाश और अवर अभियंता अंबरीश से स्पष्टीकरण मांगा है। संबंधित सुपरवाइजर श्याम नारायण सिंह और फील्ड स्टाफ रविंद्र गौड़ को आरोप पत्र जारी किया।
मारुतिनगर में पांच बीघे और गायत्रीनगर में दस बीघे की अवैध प्लाटिंग ध्वस्त
वीडीए उपाध्यक्ष ने नगवां मारुति नगर, गायत्री नगर, सामने घाट (मदरवां), गढ़वा घाट रोड पर किए गए बड़े अवैध निर्माणों का निरीक्षण किया। मारुति नगर में उच्च न्यायालय और एनजीटी के आदेश का उल्लंघन करते हुए अवैध निर्माण कराया जा रहा था। यहां एचएफएल एरिया की लाइन से 200 मीटर दायरे में निर्माण पाया गया।
मारुति नगर में पांच बीघे की अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कराया। इसे विकसित करने वाले गिरधारी पटेल एवं अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। मारुति नगर क्षेत्र में ही 15 अवैध निर्माणों को सील करा दिया।
इसके अलावा गायत्री नगर कॉलोनी में लगभग 10 बीघा अवैध प्लाटिंग ध्वस्त कराई गई। अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रवर्तन की कार्रवाई करने की हिदायत दी।