बेरोजगारी है एक बड़ा चुनावी मुद्दा
परिवर्तन की आकांक्षा और संकल्पना को लेकर रैली स्थल को निकली वाराणसी शहर की जनता
वाराणसी। मोहनसराय में राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की परिवर्तन संकल्प रैली में वाराणसी के शहरी इलाकों से भी लाखों की संख्या में जनता ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।
इस बार के चुनाव में बेरोजगारी एक बड़ा चुनावी मुद्दा बना । तीस लाख सरकारी पदों का खाली होना इस बात का प्रमाण है कि मौजूदा सरकार युवाओं के प्रति कितनी संवेदनशील है । काशी में युवाओं ने पिछले दस सालों में मोदी सरकार को वोट तो दिया पर उसके साथ भरपूर छल हुआ । पेपर लीक, ज्वाइनिग में वर्षों का विलंब आदि मुद्दों ने युवाओं को पुनः कांग्रेस की ओर मोड़ दिया है । यही वजह है कि आज के इस परिवर्तन रैली में काशी के हजारों की संख्या में युवा इंडिया गठबंधन के प्रत्यासी अजय राय के बड़े बेटे शांतनु राय के नेतृत्व में रैली स्थल में पहुंचे।
वाराणसी की तीनों विधान सभाओं का नेतृत्व सभी विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेस जन ने किया । वाराणसी लोकसभा के अंतर्गत आने वाली तीनो शहरी विधानसभाओं से बड़ी संख्या में लोगों का जत्था रैली स्थल पर पहुंचा । पांडेयपुर, नदेसर, गोदौलिया, मैदागिन, लंका, लहरतारा, कैंट, रामनगर समेत वाराणसी के विभिन्न हिस्सों से काशी की जनता ने अपनी हिसेदारी को सुनिश्चित किया । वाराणसी जनपद से वरिष्ठ कांग्रेसजनों जिनमे प्रजानाथ शर्मा, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह,मनीष मोरोलिया, ओम प्रकाश ओझा ,मनीष चौबे, गणेश शंकर पांडेय, मयंक चौबे, विश्वनाथ कुंवर, ऋषभ पांडेय, राणा राहुल, डॉ जितेंद्र सेठ, प्रिंस राय गखोलन, सीताराम केसरी, विपिन मेहता, प्रोफेसर अनिल उपाध्याय, प्रोफेसर क्षेमेंद्र मणि त्रिपाठी, डॉ ओम प्रकाश राय, डॉ अखिलेश सिंह, अजीत सिंह, विपिन सिंह, मंगलेश सिंह, अनुभव राय, विनीत चौबे आदि के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसजनो के नेतृत्व में युवाओं, व्यापारियों, छोटे दुकानदारों, उद्योमियों के जत्थे ने की भी बढ़ चढ़ कर अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित की।