“कानों में चमकी बाली, आई तीज हरियाली”
वाराणसी के चौकाघाट में स्थित हेरीटेज पैलेस संकुल में भारत विकास परिषद काशी शाखा द्वारा हरियाली तीज महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। परिषद की महिला सदस्यों ने कार्यक्रम में पौराणिक काल से लेकर इतिहास और इतिहास से लेकर वर्तमान तक प्रेम के विभिन्न आयामों का नृत्य एवं संगीत के साथ सुंदर मंचन किया।
काशी शाखा की महिला संयोजिका अल्पना अग्रवाल के नेतृत्व में कार्यक्रम संयोजक रूबी जैन, नीरजा अग्रवाल, अदिति अग्रवाल, काजल गौतम और श्रद्धा ढोढी ने सोलह श्रृंगार कर आई अपनी सखियों का स्वागत और अभिनंदन कोलकाता से विशेष रूप से मंगाया गया उपहार देकर किया।
मुख्य अतिथि श्रीमती मृदुला जयसवाल, विशिष्ट अतिथि श्रीमती पूजा दीक्षित की गरिमामय उपस्थिति में पौराणिक प्रेम के प्रतीक “राधा – कृष्ण” के स्वरूप बनी श्वेता और राधा ने “तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो” की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। “राम – सीता” के रूप में निधि और सोनाली ने सभी को भक्तिमय कर दिया। “शिव – पार्वती” की जोड़ी सीमा और पलक ने “पार्वती बोली शंकर से” के बोल पर सबको सम्मोहित कर दिया।
ऐतिहासिक प्रेम कथा “पद्मावती – राणा रतनसिंह” के प्रेम को रीना और वंदना ने जीवंत कर घूमर गीत पर सभी को साथ में झूमा दिया। “बाजीराव – मस्तानी” की जोड़ी रोशनी और शालिनी एवम “जोधा – अकबर” बनी अल्पना और अंजलि ने खूब रंग जमाया।
काशी की तीज कजरी के बिना अधूरी होती है, “कजरी खेले जाईब सावन में” के बोलों पर मनीषा, प्रीति, ज्योति, संगीता और विनीता ने समां बांध दिया। वर्तमान प्रांतीय महिला संयोजिका श्रीमती मीना सिंह जी के साथ परिषद काशी की पूर्व महिला संयोजिकाओं ने तीज उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए एक संयुक्त मनोहारी नृत्य प्रस्तुति की।
इसके बाद कार्यक्रम बढ़ा आधुनिकता से लदे प्रेम की ओर जिसमें “किसी डिस्को में जाएं” पर अंजली और पलक, “राधिका के डैडी” पर पूनम और ज्योति, “धूप में निकला न करो रूप की रानी” पर ममता और कनिका ने धूम मचाई।
तीज महोत्सव में जुड़ी सभी महिलाओं ने कई दिनों तक इसकी तैयारी में काफी श्रम किया और महिला संयोजिका अल्पना अग्रवाल ने कार्यक्रम के एक दिन पहले ही सभी के हाथों में मेहंदी लगवाई। काशी शाखा के अध्यक्ष अजय गौतम ने सभी को हरियाली तीज की बधाई देते हुए कार्यक्रम में प्रस्तुति करने वाली महिलाओं को उपहार दिए।