रशौर्य की रजत जयंती
शौर्य की रजत जयन्ती
वाराणसी।विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव जिसका इतंजार देश को बेसबरी से रहता है। साथ ही देव दीपावली की चमक विदेशियों को भी खूब भाँती है। आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित व समर्पित विश्व प्रसिद्ध भव्य देव-दीपावली महोत्सव इस वर्ष भी दशाश्वमेघ घाट पर भव्य रूप से आयोजित हुई।
देव दीपावली महोत्सव में 21 अर्चको एवं 42 देव कन्याओं द्वारा हुई माँ गांगा की भव्य माहाआरती
आज देव दीपावली महोत्सव में होने वाली 21 अर्चको एवं 42 देव कन्याओं द्वारा महाआरती आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित व समर्पित विश्व प्रसिद्ध भव्य देव-दीपावली महोत्सव को आयोजन किया गया। साथ ही साथ वर्षों से चली आ रही ‘एक संकल्प गंगा किनारे’ के माध्यम से माँ गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने, पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए गंगा सेवा निधि द्वारा देव दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आये हुए लाखों श्रद्धालुओं व पर्यटकों से माँ गंगा के तट पर संकल्प दिलाकर संस्था द्वारा यह आवाह्न किया गया कि माँ गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाये रखने में आप सभी अपना योगदान दें, गंगा सेवा निधि परिवार का माँ गंगा को निर्मल रखने में सहयोग करें।
देव दीपावली महोत्सव मे होने वाली महा आरती में हजारो दीपों से रौशन किया गया एवं 20 फीट ऊँची भव्य अमर जवान ज्योति की अनुकृति श्रद्धालुओ के लिए देश भक्ती कि प्रेरण दे रही थी वही आकर्षण का केन्द्र भी बनी रही तत्पष्चात संस्था के श्री आशीष कुमार तिवारी, ट्रस्टी एवं कोषाध्यक्ष, गंगा सेवा निधि की तरफ से अमर बलिदानों को अमर जवान ज्योती पर रिथलेईंग की गयी एवं श्री पीयूष आनंद, आई.पी.एस., महानिदेशक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, नई दिल्ली, श्री एस. रामाकृष्णन, सीनियर डिविजनल सेक्योरिटी कमीश्नर, आर.पी.एफ (एन.ई.आर.) वाराणसी, कमाण्डेन्ट श्री राजेश्वर बालापुरकर, 95 बटालियन, सी.आर.पी.एफ., वाराणसी, एयर कमाडोर कुणाल काला, एयर ऑफिसर कमॉडिंग, 4 वायु सेना प्रवरण बोर्ड, वाराणसी, ब्रिगेडियर अनिर्बन दत्त सेना मेडल, 39 जी.टी.सी., वाराणसी, के द्वारा भी की गई व 39 जी.टी.सी. के बैंड की धुन के साथ जवानों द्वारा लास्टपोस्ट व गार्ड ऑफ आनर दिया गया व सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप प्रज्जवलित कर अमरवीर योद्धाओं की स्मृति में दीप जलाया गया जिसका समापन देव दीपावली को किया गया, एवं आज देश के अमरवीर योद्धाओं की स्मृति में अमर बलिदानों को संस्था द्वारा देश के अमरवीर योद्धाओं की स्मृति में 136 BN CRPF अमर बलिदानी विनोद कुमार यादव, गुवाहटी, आसाम में उग्रवादियों द्वारा इनकी बटालियन पर अचानक हमला किया गया, उक्त हमले में उग्रवादियों का सामना करते हुये वीरगति को प्राप्त हुय, 61 BN CRPF अमर बलिदानी रमेश यादव, पुलवामा, जम्मू काश्मीर में आतंकवादी के लडने के दौरान अमर बलिदान हुये, 11 BN NDRF अमर बलिदानी रवि शर्मा, विभागीय कार्य से बाहर जा रहे थे, सड़क दुर्धटना में अमर बलिदान हो गये एवं अमर बलिदानी सोनू यादव, आर.आर.सी. भोपाल के प्रतिक्रिया दल एन.डी.आर.एफ जहाँ वे अमर बलिदान हो गये, भारतीय थल सेना अमर बलिदानी कर्नल एम एन राय एससी वाईएसएम, आतंकवादी के साथ मुठभेड़ में अमर बलिदान हो गए, लेफ्टिनेन्ट कर्नल जे आर चिट्नीस एसी, नागा पर्वत (भारत-बर्मा बार्डर) में राजकोषिय रक्षा के दौरान नागा विद्रोहियों द्वारा मुठभेड में अमर बलिदान हो गये, रेलवे सुरक्षा बल अमर बलिदानी कृतार्थनाथ एंव अमर बलिदानी सुरेन्द्र लाल श्रीवास्तव ड्यिूटी जाते समय रेलवे स्टेशन पर रेल गाड़ी से रन ओबर हो जाने के कारण इनकी मृत्यु हो गई। जिनको देव-दीपावली महोत्सव (15 नवम्बर, 2024) को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ प्राख्यात गायक डॉ0 रेवती साकलकर एवं उनके सहयोगी तबला बादक द्वारा भजन-संगीत एवं राष्ट्र गीत की प्रस्तुति की गई। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष श्री सुषान्त मिश्र द्वारा लाखों श्रद्धालुओं व अतिथियों के सम्मान में स्वागत भाषण दिया।
गंगा सेवा निधि के 21 अर्चकों द्वारा भगवती माँ गंगा का वैदिक रीति से पूजन किया गया। श्री राम जनम योगी द्वारा 4 मिनट 25 सेकेन्ट के शंखनाद के ध्वनि से दशाश्वमेध घाट का कण-कण मग्नमुग्ध हो गया साथ ही दुर्गा चरण इण्टर कालेज की 42 देव कन्याओं द्वारा रिद्धि-सिद्धि के रूप में ब्राह्मणों के साथ माँ भगवती की आरती सम्पन करायी गयी तथा श्री काशी विश्वनाथ डमरु दल के 10 स्वयं सेवकांे द्वारा माँ भगवती की भव्य महाआरती में सम्मलित हुये एवं हजारों दीपों से घाट व घाटों के भवनों का कोना-कोना जगमगा हो उठा।
भगवती माँ गंगा की आरती के दौरान देश-विदेश आये लाखों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए सुरक्षा की दृष्टि से संस्था द्वारा 24 सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगाये गये थे। सहयोग की दृष्टि से भारत सेवा श्रम संघ के 100 स्वयं सेवक व सुरक्षा उपकरणें के साथ गंगा सेवा निधि के 150 वालेन्टियर्स उपस्थित रहें तथा साथ ही राजकीय चिकित्सालय द्वारा चिकित्सकों की टीम व एम्बुलेन्स की व्यवस्था की भी थी 11वीं वाहिनी एन.डी.आर.एफ. की तरफ से वाटर एम्बुलेन्स की भी व्यवस्था किया गया था।