अध्यक्ष राजस्व परिषद द्वारा राजस्व वादों की समीक्षा बैठक सम्पन्न*
*समीक्षा के दौरान अध्यक्ष द्वारा रियल टाइम खतौनी, खसरा, खतौनी पुनर्निरीक्षण, अंश निर्धारण, आदि की समीक्षा की गयी*
वाराणसी। अध्यक्ष राजस्व परिषद डॉ रजनीश दुबे द्वारा आयुक्त सभागार में राजस्व वादों, रियल टाइम खतौनी, खसरा, खतौनी पुनर्निरीक्षण, अंश निर्धारण, आदि की समीक्षा की गयी जिसमें अध्यक्ष द्वारा तहसील वार समीक्षा की गयी जिसमें इ-खतौनी में पिंडरा तहसील के कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने सदर तहसील को 15 जुलाई तथा राजातालाब को 15 जून तक टीम बनाकर कार्यों को पूरा करने हेतु निर्देशित किया। अंश निर्धारण में तेजी लाने हेतु जिलाधिकारी तथा संबंधित एसडीएम को योजना बनाकर तेजी लाने हेतु निर्देशित किया। अध्यक्ष द्वारा तहसील वार घरौनी रिपोर्ट की प्रगति की भी समीक्षा की गयी।
मानचित्र डिज़िटाइज़ेशन के दौरान बताया गया कि सभी 1283 कार्यों को करा लिया गया है जिसपर उन्होंने जिलाधिकारी को बैठक कर समीक्षा कराने हेतु निर्देशित किया गया। अध्यक्ष द्वारा इ-खतौनी, अंश निर्धारण तथा घरौनी पर तेजी लाने का निर्देश दिया गया ताकि मिनिमम टार्गेट को प्राप्त किया जा सके।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि कमिश्नरी न्यायालय में पहले लगभग 44000 राजस्व वाद लंबित थे जिनमें लगभग सत्रह हजार वाद बचे हुए हैं जिनके तेजी से निस्तारण करने का लगातार प्रयास किये जा रहे हैं जिनमें पांच वर्ष के ऊपर के केसों को प्रमुखता के आधार पर निस्तारित किया जा रहा है। अध्यक्ष द्वारा लंबित वादों के निस्तारण में अपर आयुक्तगण द्वारा मानक से कम निस्तारण और अधिवक्ताओं द्वारा कम दिन न्यायिक कार्य करने पर अप्रसन्नता जताई और इसमें तत्काल सुधार लाने को और अगले तीन माह तेज़ी से राजस्व बाद निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी एस राजलिंगम द्वारा अध्यक्ष राजस्व परिषद के समक्ष जिला स्तर पर राजस्व वसूली, वाद निस्तारण, इ-खतौनी, खसरा तथा अंश निर्धारण की प्रगति की जानकारी दी गयी।
अंत में मंडलायुक्त द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अध्यक्ष द्वारा दिये गये सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चत कराने की बात कही गयी।
समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम,अपर आयुक्त प्रशासन, मुख्य राजस्व अधिकारी, एडीएम सिटी, एडीएम प्रशासन, एडीएम एफआर, एडीएम प्रोटोकोल, एसडीएम सदर, राजातालाब, पिंडरा उपस्थित रहे।