सोल्लास मना ज्योतिपर्वगणेश- महालक्ष्मी की हुई विधिवत आराधना
सोल्लास मना ज्योतिपर्व
गणेश- महालक्ष्मी की हुई विधिवत आराधना
वाराणसी। काशीपुराधिपति की नगरी में कार्तिक कृष्ण अमावस्या पर गुरुवार को दीप पर्व दीपावली उल्लासपूर्ण माहौल में धूमधाम से मनाई जा रही है।शुभ मुहूर्त, प्रदोष काल में सायंकाल 05.36 मिनट से 08.51 बजे के बीच विधि विधान से भगवान गणेश और महालक्ष्मी की आराधना लोगों ने की। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों में वैदिक ब्राम्हणों के मंत्रोच्चार के बीच महालक्ष्मी और बहीखातों की पूजा की। ग्राहकों और परिचितों के बीच व्यापारियों ने मिठाइयां उपहार के रूप में बांटी। घरों में महिलाओं ने रंगोली और अल्पनाएं सजाकर महालक्ष्मी की पूजा अर्चना कर परिवार में धन, ऐश्वर्य व सुख-संपदा की कामना की। थानों में भी महिला पुलिस कर्मियों ने पूरे उत्साह से रंगोली बनाई।
ज्योति पर्व पर शाम ढ़लते ही महिलाओं और बच्चों ने अपने घरों के छतों मुंडेर पर दीप जला रंगोली अल्पना बनाई। घरों को दीपों और रंगों से आकर्षक रूप देने के लिए किशोरवय लड़किया सुबह से ही साज-सज्जा में लगी रहीं। पर्व पर बिजली के सतरंगी झालरों से बाजार घर-आंगन सतरंगी रोशनी से नहाये रहे। दीये, कंदील और मोमबत्तियों की मनमोहक सजावट भी अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। तिमिर पर रोशनी की बरसात,दीयों की लौ, झिलमिलाती लड़िया इस कदर हावी थी कि लगता था कि धरा पर अन्धकार को रहने नही देगी। दिन के तीसरे पहर से बच्चे युवा आतिशबाजी कर परिवार के साथ खुशियां मनाते रहे। उधर, श्री काशी विश्वनाथ धाम,अन्नपूर्णा मठ मंदिर, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू), सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में भी वरिष्ठ प्रोफेसरों, आचार्यो, कर्मचारियों ने विधि विधान पूर्वक उमंग के बीच लक्ष्मी गणेश का पूजन किया। रोशनी से सराबोर शहर और अपने घर, मकान, दुकान की सुन्दरता देख लोग जमकर सेल्फी भी लेते रहे। पर्व पर गंगा घाट और घाट किनारे स्थित मकान, मंदिर रोशनी की आभा में दप-दप करते रहे। खासतौर से रामनगर के ऐतिहासिक दुर्ग में रोशनी का नजारा देखते ही बनता था।
गौरतलब हो कि कार्तिक अमावस्या तिथि गुरुवार को अपरान्ह 3 बजकर 52 मिनट से शुरू हुई। यह तिथि 01 नवंबर को शाम 6 बजकर 16 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। लोगों ने ज्योतिपर्व पर अपनी दुकानों, मकानों की सफाई पूरे दिन की। सुबह से ही शहर में अशोक के पत्ते, माला फूल की अस्थायी दुकानें सज गई। लोगों ने अशोक के पत्ते, फूल आदि की खरीददारी कर अपनी दुकानों, मकानों को सजाने के साथ वंदनवार भी खास पूजा अर्चना के लिए बनाया। दीपावली पर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक के बाजारों में रौनक दिखी। सुबह से लेकर रात तक लोग दीया, मोमबत्ती, तिल और तीसी का तेल, लक्ष्मी-गणेश खरीदते रहे।
दीपावली पर्व पर बधाई देने का दौर
ज्योति पर्व पर लोग एक-दूसरे को सुबह से बधाई देते देखे गए। लोगों ने वाटस्एप, फेसबुक, एक्स से भी एक-दूसरे को बधाई दी। पर्व पर शहर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। जिला प्रशासन ने खरीददारों की भीड़ देख शहर भर में सुरक्षा व्यवस्था पर खासा ध्यान दिया। शहर में पुलिस बलों के साथ अर्धसैनिक बल के जवान लगातार गश्त करते रहे म।
सैकड़ों कुन्तल फूलों की खपत
दीपावली पर्व पर कई कुन्तल फूलों की खपत हुयी। सबसे ज्यादा गेंदा,गुलाब,कमलदल के फूलों की ब्रिकी हुई। इसके अलावा केले व आम के पत्तों से तोरण बनाया गया। घर के दरवाजों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर लोगों ने गेंदा के फूलों से सजावट किया था। बाजार पर पकड़ रखने वाले व्यापारी संगठनों के नेताओं की माने तो धनतेरस से दीपावली पर्व तक दस करोड़ रुपये (अनुमानित) की फूल मालाएं बिक गई। ज्योतिपर्व पर कमल का फूल 60-70 रूपये प्रति पीस बिका। बांसफाटक और मलदहिया के फूलमंडी के अलावा शहर के अन्य बाजारों में फूल माला खरीदने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा।
-लाखों का वारा न्यारा
दीप पर्व पर परम्परानुसार लोगों ने जुआ भी खेला। कई जगहों पर फड़ों (जुआ खेलने की अड़ी) पर देर रात लोग बैठ कर सुरा के साथ हजारों लाखों का दाव लगा वारा न्यारा करते रहे। वहीं, घरों में कौड़िया खेली गयी। जुआ गली कुंचों से लेकर फाइव स्टार होटलों और पाश कालोनियों में लोगों ने खेला। कई जगह लोग परिवार के साथ बैठ कर रम्मी खेलते रहे।
-पर्व पर मिठाईयों की जमकर बिक्री
दीपावली पर्व पर मिठाईयों की जमकर बिक्री हुई। इसमें काजू कतली, बर्फी, बूंदी के लड्डू, मगदल, ड्राई फ्रूट से निर्मित मिठाइयों की मांग अधिक रही। शहर के कचहरी, अर्दली बाजार, पांडेयपुर, नदेसर, सिगरा, महमूरगंज, मंडुवाडीह, सहित विभिन्न इलाकों में मिठाईयों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही।
–जिले के कई हिस्सों में थानेदारों नें गरीब बच्चों संग मनाई दीवाली
दीपावली पर्व पर पुलिस अफसरों ने गरीबों में मिष्ठान और बच्चों में पटाखे वितरित कर दीवाली की खुशियां साझा की। दीपावली पर्व जिले के ग्रामीण अंचल में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के मोहनसराय, राजातालाब ,गंगापुर,बीरभानपुर,शहावाबाद,दरेखू ,जगतपुर ,मिसिरपुर, रोहनिया, अखरी, लठियां, बच्छाव, काशीपुर, पयागपुर, भीमचंडी, मरूई,जख्खिनी, शहंशाहपुर,पनियरा, भवानीपुर सहित विभिन्न कई गांव के लोगों ने अपने अपने घरों में माता लक्ष्मी तथा गणेश भगवान का विधिवत पूजन अर्चन किया । इसके बाद देवालयों में मिट्टी का दीया जलाने के बाद मकानों व दुकानों में दीये जलाये। सुंदर आकर्षक रंग-बिरंगे झालर बत्तियों से सजावट और रंगोली बनाकर पर्व की खुशियां बांटी। बच्चों और युवाओं ने पर्व पर जमकर आतिशबाजी की।
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