संस्कार युक्त शिक्षा ही जीवन का है असली आभूषण: वाचस्पति पांडेय

प्रख्यात कथा वाचक संग योग समिति ने महादेव के एनएसएस से जुड़े छात्रों का किया सम्मान
वाराणसी। संस्कार युक्त शिक्षा ही जीवन का असली आभूषण है, राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े महादेव के छात्रों ने 7 दिनों में यहां आने वाले श्रद्धालुओं संग हम सबका दिल जीत लिया। तिलमापुर स्थित श्री ब्रह्मचारी संस्कृत महाविद्यालय के प्रांगण में लगे महादेव महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर के अंतिम दिन प्रथम सत्र में संबोधित करते हुए माता वैष्णो देवी मंदिर के महंत परिवार से जुड़े प्रख्यात कथावाचक पंडित वाचस्पति पांडेय ने उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन मंदिर परिसर में अचानक भीषण आग लग गई। अचानक मची अफ़रा तफरी की स्थिति देख कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर लोकनाथ पांडेय के नेतृत्व में शिविर से निकले प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं ने घंटे भर कड़ी मशक्कत कर आग को बुझा दिया जिससे कई लोगों की जान बच गई। दरअसल बाहर पेड़ों पर बांधे गए भारी संख्या में माता की चुनरी के पास किसी ने कपूर जला दिया जिससे आग लगी और पूरे परिसर में फैल गई थी । मंदिर परिसर के समीप लगे विशेष शिविर के स्वयंसेवक सेविकाओं ने पूरे 7 दिन मंदिर परिसर, कुंड की जमकर साफ सफाई के साथ रोज योग, प्राणायाम संग यहां आने वाले श्रद्धालुओं की भी जमकर सेवा की। उनके कार्यों का मूल्यांकन कर योग और मंदिर समिति की ओर से उन्हें आज सम्मानित किया जा रहा और उनके लिए सुबह के अल्पाहार की व्यवस्था की गई है। इस दौरान दुर्गा मंदिर भेलूपुर के महंत तथा ब्रह्मचारी योग समिति के योगाचार्य पंडित रवि प्रकाश मिश्रा ने कहा कि अपने ईमानदारी और निष्ठा आयुक्त कार्यों से महादेव के छात्रों ने पूरे इलाके में अपनी अलग पहचान बना ली है। इन लोगों को अनुशासित और प्रशिक्षित करने वाले कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लोकनाथ पांडेय और सहयोगी अध्यापक साधुवाद के पात्र हैं। इस अवसर पर पंडित दिनेश चंद्र मिश्र, पंडित देवी प्रसाद मिश्र, प्रमोद मिश्रा, प्रद्युम्न मिश्रा, नागेश्वर मिश्र, धीरज मिश्रा, डॉ. मनोज मौर्य मौजूद रहे, संचालन डॉ. मारुति नंदन मिश्र ने तथा धन्यवाद ज्ञापन एन एस एस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लोकनाथ पांडेय ने किया।

