कड़ी चुनावी चुनौती से सहमी भाजपा:अजय राय
वाराणसी।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं इंडिया गठबंधन प्रत्याशी श्री अजय राय ने कहा है कि बनारस में आम लोगों की नाराज़गी और मिल रही कड़ी चुनावी चुनौती से सहमी भाजपा अपने कई बड़े नेताओं को बनारस में कैंप कराने जा रही है। कहां रहते हैं प्रधान मंत्री और भाजपा के ये नेता जब बनारस के लोगों के दुख दर्द के मौके होते हैं। ग्लैमर-पालिटिक्स के सहारे वोट समेटने के इन टोटकों का मर्म अब काशी के लोग समझने लगे हैं और भरमाने वाले इन छलावों में फिर फंसने को तैयार नहीं हैं।
श्री राय ने एक वक्तव्य में कहा है कि प्रशासन के पक्षपाती रवैये और भाजपा के भारी धन व्यय के सहारे थोथे ग्लैमर खड़ा करने की चुनावी रणनीति के मुकाबले इंडिया गठबंधन दलों के कार्यकर्ता सादगीपूर्ण ढंग से नैतिक राजनीति के ठोस धरातल पर मजबूत चुनाव अभियान में लगे हैं। पं.कमलापति त्रिपाठी आंख में धूल झोंककर कर लड़ने की धुरिया राक्षस राजनीतिक रणनीति से आगाह किया करते थे और आज इंडिया कार्यकर्ताओं की संगठित शक्ति ऐसी रणनीति का मुंहतोड़ जबाब देने के लिये तैयार एवं कटिबद्ध है।
श्री राय ने एक वक्तव्य में कहा है कि सुना है कि स्मृति ईरानी, गिरिराज किशोर जैसे नेता मोदी जी के बचाव में अब यहां कैंप करने वाले हैं। काश ऐसे लोग कोविड संकट के दौर में या काशी के लोगों के दूसरे सुख दुख के मौकों पर भी काशी में कैंप करने आते जाते रहे होते, तो आज कैंप करने में शायद उनका जनाकर्षण कुछ बचा होता। कोविड दौर में तो बंगाल में चुनावी दौरे करते रहे प्रधानमंत्री जी तक ने काशी में लोगों के बीच आने की जहमत नहीं उठाई थी। बहुत शोर गुल उठा, तो एक आन-लाइन मीटिंग की रस्म अदायगी करके जर्मन हैंगर अस्पताल बनाने का आदेश दिया। वह कोविड लहर ठंडी पड़ने के बाद बनकर तैयार हुआ, तब उसे मरीज नहीं मिले, जबकि अस्थायी अस्पताल के लिये यहां कई दर्जन छात्रावास खाली पड़े थे। उस दरम्यान लोग मरते रहे, गंगा लाशों से पटी बहती रहीं, पर भाजपा सांसद क्या, विधायक तक जनता के बीच नहीं दिखे। अतः अब भ्रमजाल और छलावों में काशीवासी फंसने वाले नहीं हैं और वह 365 दिनों के अपने उस सुख दुख के साथी के साथ खड़े हो चुके हैं, जो घर से घाट तक जनसेवा में काशीवासियों के संग खड़ा मिलता है।