छात्र समूहों द्वारा की गई हिंसा में कम से कम 150 लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हो गए
ढाका। बांग्लादेश में पिछले महीने, सरकारी नौकरियों में आरक्षित कोटा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र समूहों द्वारा की गई हिंसा में कम से कम 150 लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हो गए। सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली को लेकर बांग्लादेश में शांतिपूर्ण छात्र विरोध प्रदर्शन के रूप में जो शुरू हुआ वह प्रधान मंत्री शेख हसीना और उनकी सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण चुनौती और विद्रोह में बदल गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रविवार को देश में हुई हिंसा के बाद सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ढाका तक मार्च करने की घोषणा की, जिसके परिणामस्वरूप भड़की हिंसा में कई मौतें हुईं, सेना ने प्रदर्शनकारियों का साथ दिया और कमान अपने हाथ में संभाल ली। पीएम हसीना ने विरोध किया और सेना के हेलीकॉप्टर के साथ देश छोड़ दिया है। सेना ने देश में अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया है और अंतरिम सरकार बनाने की भी घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक शेख हसीना भारत पहुंची हैं।
क्या बांग्लादेश में अशांति के पीछे पाकिस्तान, ISI है?
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी की छात्र शाखा, छात्र शिबिर, जो कथित तौर पर पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा समर्थित संगठन है, वही देश में हिंसा भड़काने के पीछे अपना काम कर रही है और बांग्लादेश में छात्रों के विरोध को राजनीतिक आंदोलन में बदलने का काम किया है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की सेना और आईएसआई का उद्देश्य प्रधान मंत्री शेख हसीना की सरकार को अस्थिर करना और विरोध प्रदर्शन और हिंसा के माध्यम से विपक्षी बीएनपी को सत्ता में बहाल करना है। हालांकि हसीना प्रशासन विपक्षी नेताओं की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है।
बता दें कि बांग्लादेश की हसीना सरकार को कमजोर करने के लिए आईएसआई के प्रयास नए नहीं हैं। नौकरी में आरक्षण को लेकर छात्रों के विरोध से स्थिति एक व्यापक राजनीतिक आंदोलन में बदल गई, जिसमें विपक्षी दल के सदस्यों ने कथित तौर पर विरोध समूहों में घुसपैठ की और हिंसा को भड़काया है। सूत्रों ने बताया कि इसके अतिरिक्त, स्थानीय सरकार मौजूदा संकट में पश्चिमी समर्थित गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी की जांच कर रही है।
क्यों शेख हसीना के खिलाफ हुआ प्रदर्शन ?
बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन सिविल सेवा में कोटा को लेकर शुरू हुआ था ।