स्थायी व अस्थायी दुकानाें को ध्वस्त किया
वाराणसी। नगर निगम जर्जर भवन को ध्वस्त करने के साथ ही अपनी भूमि-भवन चिह्नित कर कब्जा करने में जुटा हुआ है। इस क्रम में रविवार को निगम ने कैंट स्थित मालगोदाम के करीब चार एकड़ भूमि पर कब्जा लिया।इस दौरान निगम को विरोध का भी सामना करना पड़ा।
इसके बावजूद पुलिस प्रशासन के सहयोग ने निगम में मालगोदाम परिसर में जर्जर 34 दुकानाें को भी पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसके अलावा पास में जेसीबी से कई जर्जर आवासों को भी जमींदोज कर दिया।
नोटिस के बाद भी अवैध रूप से रह रहे थे लोग
नगर निगम ने तहबाजारी वसूलने के लिए मालगोदाम आवंटित किया था। करीब साढ़े सात एकड़ के इस परिसर में 34 दुकानें, कुछ भवन का भी बना हुआ था। वहीं तहबाजारी की व्यवस्था खत्म होने के बाद भी तमाम लोगों को मालगोदाम खाली नहीं किया। जबकि निगम खाली करने के लिए फरवरी 2024 को नोटिस भी दिया था। इसके बाद भी कई लोग अवैध रूप से रह रहे थे।
34 दुकानों को सील और जर्जर भवन को ध्वस्त करने के थे निर्देश
गत दिनों ने निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने मालगोदाम परिसर में बने सभी 34 दुकानों को सील करने व जर्जर भवन को ध्वस्त करने का निर्देश दिया था। उन्होंने इन भवनों में रहने वाले लोगों के जानमाल का भी खतरा बताया था।
नगर आयुक्त के निर्देश पर मालगोदाम पहुंची जेसीबी
नगर आयुक्त के निर्देश पर जर्जर भवन को ध्वस्त करने राजस्व विभाग के प्रभारी अनिल कुमार यादव के नेतृत्व में निगम की टीम दो-दो जेसीबी के साथ सुबह दस बजे ही मालगोदाम पहुंच गई थी लेकिन विरोध के चलते ध्वस्तीकरण की कार्रवाई सुबह 11 बजे से शुरू हुई।
सभी स्थायी और अस्थाई दुकानों पर चला बुलडोजर
शाम साढ़े छह बजे तक सभी स्थायी व अस्थायी दुकानाें को ध्वस्त कर दिया। हालांकि मुख्य मार्ग के कुछ मकान व दुकानों को निगम ने अभी छोड़ दिया। कार्रवाई के दौरान पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। मालगोदाम पर कब्जा लेने के बाद निगम ने अपना बोर्ड भी लगा दिया है।