मतदाताओं ने बढ़ती उम्र, बीमारी और दिव्यांगता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया
वाराणसी। वाराणसी में मतदान का जज्बा इस कदर हावी रहा कि मतदाताओं ने बढ़ती उम्र, बीमारी और दिव्यांगता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।
आदमपुर क्षेत्र के जोनल कायार्लय में बनाए गए मॉडल पोलिंग स्टेशन पर आदमपुर क्षेत्र निवासी मोहम्म हारुन पसली के ऑपरेशन के मात्र सात दिनों बाद ही वोट देने पहुंच गए थे। इस बूथ पर तैनात इंडिय³न रेडक्रास सोसाइटी के स्वयंसेवक की नजर जब इनपर पड़ी तो उन्होंने मो. हारुन को कतार से निकाला और सीथे ईवीएम तक पहुंचाया। मैदागिन स्थित अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज के पोलिंग बूथ पर 83 वर्षीय श्यामकिशोर गुजराती लाठी टेकते हुए अकेले ही पहुंचे थे। उन्हें देख कर यहां तैनात एक पुलिसकर्मी ने सहारा देकर सीधे मतदान बूथ तक पहुंचाया। कंपोजिट विद्यालय चेतगंज में सुबह छह बजे से ही लक्षण देवी जाकर बैठ गई थी। सिपाही ने कहा मतदान एक घंटे बाद शुरू होगा तो बोलीं हम यहीं बैठे रहेंगे। मतदान करके ही जाएंगे। इस केंद्र पर पहला मतदान उन्होंने ही किया। रामापुरा स्थित रामेश्वरी गोयल बालिका इंटर कॉलेज में रामापुरा निवासी रन्नो देवी को देख कर मतदाताओं ने स्वयं ही उन्हें कतार में सबसे आगे कर दिया। 76 वर्षीय रन्नो देवी बैसाखी के सहारे केंद्र तक पहुंची थीं।